लव मैरिज या अरेंज? | LOVE MARRIAGE DESI KAHANI

LOVE MARRIAGE DESI KAHANI | लव मैरिज या अरेंज?

रवि और प्रिया एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और उनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। रवि शांत और समझदार था, जबकि प्रिया चंचल और खुशमिजाज थी। दोनों ने एक-दूसरे का साथ पसंद किया और जब भी समय मिलता, वे साथ समय बिताते। कॉलेज के आखिरी साल में रवि ने प्रिया से कहा, “प्रिया, मुझे लगता है कि हमें अपने (desikahani) परिवारों से बात करनी चाहिए। मैं चाहता हूँ कि हम शादी कर लें।”

प्रिया ने हँसते हुए कहा, “तुम्हें लगता है कि हमारे परिवार इस रिश्ते को मान लेंगे? मेरी माँ तो हमेशा अरेंज मैरिज की ही बात करती हैं। वे कहती हैं कि हमारे परिवार के बड़े लोग ही बेहतर जीवनसाथी चुन सकते हैं।” रवि ने थोड़ा गंभीर होकर कहा, “मेरा परिवार भी यही मानता है। मेरे माता-पिता ने भी मेरी शादी के लिए लड़की देखने की बात शुरू कर दी है।”

यह सुनकर दोनों थोड़े चिंतित हो गए। LOVE MARRIAGE DESI KAHANI वे एक-दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन उन्हें अपने परिवारों की परंपराओं और इच्छाओं का भी सम्मान करना था। दोनों समझ नहीं पा रहे थे कि क्या करें। 

रवि और प्रिया दोनों अपने-अपने घरों में इस विषय पर बात करने का निर्णय करते हैं। सबसे पहले, रवि ने अपने माता-पिता से बात की। उसने कहा, “माँ, पापा, मैं आपको एक बात बताना चाहता हूँ। मैं प्रिया से प्यार करता हूँ और हम शादी करना चाहते हैं।” उसके पिता ने तुरंत कहा, “लेकिन बेटा, हमने तो तुम्हारे लिए पहले से लड़की देखनी शुरू कर दी है। हमारी परंपरा है कि शादी परिवारों की सहमति से होती है, और इसमें परिवार का साथ सबसे ज़रूरी है।”

रवि ने शांत रहते हुए कहा, “मैं जानता हूँ कि आपकी सोच सही है, लेकिन मैं चाहता हूँ कि आप प्रिया से मिलें और उसे जानें। वह बहुत अच्छी लड़की है।” उसकी माँ ने उसे समझाते हुए कहा, “बेटा, हमें यकीन (desikahani) है कि तुम जिसे पसंद करते हो, वह अच्छी ही होगी, लेकिन हमारी संस्कृति में अरेंज मैरिज को ही सही माना जाता है। प्यार के रिश्ते कभी-कभी जल्दी टूट जाते हैं, LOVE MARRIAGE DESI KAHANI लेकिन परिवार की सहमति से बनी शादी मजबूत होती है।”

रवि के मन में यह बात चलती रही, लेकिन उसने सोचा कि पहले प्रिया के परिवार से बात कर ले, फिर आगे देखा जाएगा।

उधर, प्रिया ने भी अपनी माँ से बात करने का फैसला किया। उसने अपनी माँ से कहा, “माँ, मैं रवि से प्यार करती हूँ और हम शादी करना चाहते हैं।” उसकी माँ ने थोड़ा गुस्से में कहा, “प्रिया, हमने तुम्हारे लिए हमेशा अच्छा सोचा है। हम तुम्हें ऐसी जगह शादी कराना चाहते हैं जहाँ परिवार भी खुश हो और परंपराएँ भी निभाई जा सकें। लव मैरिज में अक्सर बहुत सी मुश्किलें आती हैं।”

प्रिया ने धीरे से कहा, “माँ, लेकिन मैं और रवि एक-दूसरे को अच्छे से समझते हैं और हमें लगता है कि हम साथ में खुश रहेंगे। क्या आप एक बार उसे जानने की कोशिश नहीं करेंगी?” उसकी माँ कुछ नहीं बोलीं, लेकिन सोच में पड़ गईं।

अब रवि और प्रिया दोनों एक उलझन में थे। LOVE MARRIAGE DESI KAHANI एक ओर उनका प्यार था, और दूसरी ओर उनके परिवार की परंपराएँ और इच्छाएँ। दोनों ने मिलकर तय किया कि वे अपने परिवारों को एक साथ बिठाकर बात करेंगे। 

अगले हफ्ते, रवि और प्रिया के परिवार एक साथ मिले। पहले तो माहौल थोड़ा तनावपूर्ण था, लेकिन धीरे-धीरे बातचीत शुरू हुई। रवि के पिता ने कहा, “हमारी सोच में परंपराओं का बहुत महत्व है, और हम चाहते हैं कि बच्चों की शादी (desikahani) उसी आधार पर हो।” प्रिया की माँ ने भी सहमति जताई, “हाँ, हम भी यही चाहते हैं कि हमारी बेटी की शादी अच्छे से हो और हमारे रीति-रिवाजों का पालन किया जाए।”

तभी, प्रिया ने समझाते हुए कहा, “माँ, पापा, हम दोनों अपने परिवार का सम्मान करते हैं और परंपराओं की भी कद्र करते हैं। लेकिन क्या यह जरूरी है कि लव मैरिज और अरेंज मैरिज में फर्क किया जाए? हम आप दोनों के आशीर्वाद से शादी करना चाहते हैं।”

रवि ने भी कहा, “हम चाहते हैं कि आप लोग हमें समझें और हमारे फैसले को स्वीकार करें। हमें आपके आशीर्वाद के बिना यह रिश्ता पूरा नहीं लगेगा।”

दोनों परिवारों ने एक-दूसरे की बातों को समझने की कोशिश की। आखिरकार, रवि और प्रिया के माता-पिता ने सोचा कि अगर उनके बच्चे एक-दूसरे को समझते हैं और खुश हैं, तो उन्हें अपनी परंपराओं और सोच को थोड़ा बदलना चाहिए। 

अंत में, रवि और प्रिया की शादी दोनों परिवारों की सहमति से हुई। यह शादी (desikahani) न सिर्फ प्यार की जीत थी, बल्कि परिवार और परंपराओं के सम्मान की भी।

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